स्कूल में टिफिन करते बच्चों से अध्यापक ने पूछा-
ये रोटी तुम किसकी बदौलत खा रहे हो?
जवाब का सिलसिला शुरू हो गया-
माँ-पिता की बदौलत
किसान जिसने अन्न पैदा किया
उस गाड़ी के ड्राइवर की बदौलत
जिसने अन्न को खेतों से बाहर पहुँचाया
जिसने इस गाड़ी को बनाया
यह गाड़ी डीज़ल से चलती है
तो इस रोटी में अंधेरे कुएं से तेल निकालने वालों का भी तो योगदान हुआ
अंधेरे कुएं से तेल निकालने के लिए
जिस तकनीक की जरूरत है
उसे भी तो किसी ने बनाया होगा
तो उनका भी योगदान इस एक रोटी में है
और उस ट्रक के पहिए के लिए
रबर किसने तैयार किया?
क्या उसका योगदान नहीं है
एक बच्चा चुप था
अध्यापक उसके प्रति मुखातिब हुआ
तुमने अभी तक कुछ नहीं बोला?
बच्चा सकुचाते हुए
और अपनी रोटी दिखाते हुए बोला-
'जिन्होंने आग की खोज की
उनका भी योगदान है, इस रोटी में......
(सोवियत रूस के अध्यापक Sukhomlynsky के एक शिक्षा-प्रयोग से प्रभावित)
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