यह हिम्मत के साथ, अपने लोगों के साथ
खड़ा रहने का समय है साथी
भूख के खिलाफ दमन के खिलाफ
आवाज दबाने की साजिश के खिलाफ
इंकलाब को रोकने के मंसूबों के खिलाफ
यह खड़ा होने का समय है साथी
भूख से सड़कों पर मार्च करते हैं हजारों मजदूरों के साथ
फसल खो देने के बाद
सरकार की उपेक्षा झेलते किसानों के साथ
बेरोजगार बनने के बाद आत्महत्या करते लोगों के
बच्चों और परिवार के साथ
खड़ा होने का समय है साथी
बेरोजगार होते युवाओं के साथ
बच्चों का पेट न भर पाने के बाद
रोती माताओं के साथ
कैसे खड़ा होंए साथी?
कहना तुम्हारे लिए हो सकता है आसान
भूख ने तो हमें भी ला खड़ा किया है
उन्हीं के साथ
चलो थाम लेते हैं हम सब मिलकर एक दूसरे का हाथ
और खड़ा होते हैं उन लोगों के खिलाफ
जिन्होंने भूख को पैदा किया है
गोदामों में अनाज को कैद कर
मजदूरों को 10 बाई 10 के कमरों में
जानवरों से भी बदतर तरीके से ठूंसकर
जो भोजन देने और काम शुरू करने के पहले
नापतोल लेते हैं फायदे के इतिहास और भूगोल को
खड़ा होते हैं साथी मिलकर
उनके खिलाफ
जिनके लिए सब कुछ ठीक-ठाक होने के मतलब है
श्रम के मालिकों का चलता रहे हाथ
लेकिन दुनिया के लोगों के पेट भरने के लिए नहीं
तन ढकने के लिए नहीं
खनकतते सिक्कों के पहाड़ को खड़ा करने के लिए
इस पहाड़ के नीचे दबना नहीं है साथी
पहाड़ में सुरंग बनाना है उस पार जाने के लिए
जहां गढ़ा जा सकता है
एक सुंदर दुनिया भूख के खिलाफ
निर्वस्त्र लोगों के कंपकपाते शरीर के लिए
नई आत्माओं को गढ़ने करने के लिए
जिनकी धड़कनों में बसते हैं
करोड़ों शिशुओं के क्रंदन और धड़कन।
नरेंद्र कुमार
No comments:
Post a Comment