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Tuesday, 25 April 2023

मई दिवस के अवसर पर ऐलान, समाजवाद ही है हमारा भविष्य



दुनिया का पूरा का पूरा लुटेरा पूंजीपति वर्ग ,मजदूरों और किसानों व मेहनतकशों की एकता से सबसे ज्यादा डरता है और खौफ खाता है, क्यों कि उनको पता है कि इसी एकता और भाईचारा के हथियार से वे इस लुटेरी राजव्यवस्था का तख्ता पलटेंगे और एक ऐसी समाज व्यवस्था का निर्माण करेंगे,,,,, 
जहां सब बराबर होंगे, 
जहां सब आजाद होंगे, 
जहां अन्याय नही होंगे, 
जहां सब तरह का शोषण ,,,,,मनुष्य का मनुष्य द्वारा और एक देश का दुसरे देशों द्वारा,,,, खत्म हो जाएगा, 
जहां अमीर गरीब नही होंगे, 
जहां ऊंच नीच का नाम नही रहेगा, 
जहां सब पढे लिखे होंगे, 
जहां सब मिलजुलकर रहेंगे, 
जहां सब अपनी काबलियत के हिसाब से काम करेंगे, 
जहां कोई किसी का गुलाम नही होगा, 
जहां सब भाई बहन की तरह रहेंगे, 
जहां कोई किसी का शोषण नही करेगा, 
जहां सब समाज के लिए जियेंगे, 
और 
सारा समाज प्रत्येक आदमी के लिए काम करेगा और उसका ध्यान रखेगा, 
जहां सरकार मजदूरों और किसानों की होगी, 
जहां सरकार केवल अमीरों की तिजोरियां भरने का काम नही करेगी, 
जहां सच्चा जनवाद आ जायेगा,
जहां शोषण करने वालों का और आदमी का खून पीने वालों का खात्मा कर दिया जायेगा,
जहां पूंजीवाद और साम्राज्यवाद का विनाश कर दिया जायेगा, 
जहां, धर्म, जाति, रंग, लिंग, स्थान और नस्ल के आधार पर आधारित सभी तरह की विषमताओं, गैरबराबरी, शोषण और अन्याय का समूल विनाश कर दिया जायेगा,
जहां राज्य धर्म से दूरी बना कर रखेगा अर्थात जहां धर्म राज्य के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नही करेगा, 
जहां धर्म की मनमानी नही चलेगी, 
जहां वैज्ञानिक संस्कृति और सोच का साम्राज्य होगा, 
जहां अंधविश्वास, ढपोरशंखी,मान्यताओं, तर्कहीनता, विवेकहीनता का सर्वनाश कर दिया जायेगा, 
जहां ज्ञान-विज्ञान  और तकनीक का बोलबाला होगा, 
जहां वैज्ञानिक संस्कृति का साम्राज्य कायम हो जायगा, 
जहां चारों तरफ प्यार, मुहब्बत, आपसी भाईचारा, आपसी मेलमिलाप और आपसी सहयोग होगा, 
ऐसी अदभुत व्यवस्था को समाजवादी समाज और समाजवादी व्यवस्था कहते हैं।
    यहां यह बात भी ध्यान रखने की है कि यह व्यवस्था खुद नही आयेगी, बल्कि इसके लिये मानव यानि कम्युनिस्टों, किसानों और मेहनतकशों की एकता के बल पर शोषण, अन्याय भेदभाव और गैरबराबरी पर आधारित पूंजीवादी व्यवस्था को उखाडकर फैंकना होगा. यह एक लम्बे संघर्ष की दरकार रखता है. 

      मित्रों और कामरेडों आइये ,ऐसी व्यवस्था को स्थापित करने के अभियान में शामिल हों और एकजुट होकर काम करें......
मई दिवस जिंदाबाद, 
इंकलाब जिंदाबाद, 
समाजवाद जिंदाबाद.
                  साथियों आओ मई दिवस पर आज होने वाले कार्यक्रमो में बढ़चढ कर हिस्सेदारी करें।

क़ान्तीकारी अभिवादन के साथ,

लाल सलाम

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