पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई राज्य सभा जाएँगे। नवंबर के महीने में रिटायर हुए थे।
कुछ बचा ही नहीं है तो बेहतर है कुछ कहने की जगह अगर कांग्रेस राज में किसी जज के राज्य सभा भेजने के उदाहरण खोजें जाएँ तो आराम पहुँचेगा। इनके फ़ैसलों को उपकार के रूप देखने की ज़रूरत नहीं है। राज्य सभा जाने के फ़ैसले को आप किसी भी रूप में देख सकते हैं।
27 मार्च 2019 को एक सुनवाई के दौरान जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा था कि रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले पद न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर दाग़ के समान हैं।
मार्च 2020 में रंजन गोगोई रिटायरमेंट के तीन महीने बाद राज्य सभा के मनोनीत होते हैं।
इससे बेहतर होगा कारवाँ की इस रिपोर्ट को पढ़ना। जानने के लिए थोड़ी मेहनत करना। इसका हिन्दी अनुवाद है। इसे पढ़िएगा ज़रूर।
Ravish Kumar
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