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Friday, 11 March 2022

भाजपा मोदी योगी शाह और संघ की असल ताकत का स्रोत - कॉरपोरेट पूंजी के मालिक.

#मोदी_योगी_की_यू_पी_जीत_का_बुनियादी_स्तंभ____इसकी_ताकत_का_स्रोत
_________ इस्लामोफोबिया यानी मुस्लिम का हिंदुओं के वज़ूद के लिए खतरे की बात को बहुसंख्यक हिंदुओं के दिमाग में भाजपा गहराई से बिठा चुकी है। और खुद को इस काल्पनिक खतरे से मुक्ति दिलाने वाली ताकत के रूप में प्रस्तुत किया है।
_______ ओवैसी का वोट प्रतिशत भले ही बहुत कम रहा हो मगर इसने भाजपा के पक्ष में 'हिंदू वोटों को धकेला।
______ अपराध व अपराधियों को मुस्लिम धर्म से जोड़कर भी योगी शाह मोदी और संघ ने यही बात स्थापित की।
______ कैराना और फिर हिजाब को राष्ट्रीय मुद्दा बनकर भी इसे इस्लाम को खतरे के रूप में प्रोजेक्ट किया।
_____ सपा को भी मुस्लिमपरस्त साबित कर इसी संघ योगी और भाजपा ने इसी फर्जी धारणा को पुष्ट किया।
_______  भाजपा संघ के ताने बाने की मदद से हर सीट पर चुनाव के अंत तक विपक्ष के मजबूत उम्मीदवार को मुस्लिम परस्त साबित करने और इसके खतरे का भांति भांति से अफ़वाह फैलाती है। 
_____ इस स्थिति से मतदाताओं का एक हिस्सा जो महंगाई, बेरोजगारी, कृषि कानूनों , कोरोना में अपने प्रियजनों को खोने, आवारा पशुओं और अन्य वजहों से योगी मोदी से नाराज थे असन्तुष्ट थे, गुस्से में भी थे;  मगर भाजपा की राजनीति से इन्हें नफरत नहीं थी।कोई बेहतर विकल्प ना दिखने और एक 'काल्पनिक खतरे' से मुक्ति के लिए अंतिम समय पर 'भाजपा' के पक्ष में पुनः वोट कर जाता है। यही हुआ है।
_____ मगर भाजपा मोदी योगी शाह और संघ की असल ताकत का स्रोत कॉरपोरेट पूंजी के मालिक हैं। इसीके दम पर यह सब कर पाने में ये सफल हैं।
_____ मगर ये सिर्फ मुस्लिम विरोधी राजनीति पर ही भरोसा करके नहीं रह जाते।  अन्य तरीके भी इस्तेमाल होते हैं। जैसे __ अन्य जातिवादी पार्टियों से गठबंधन।
_____ बसपा के दलित वोट का इस्तेमाल किया गया या हुआ।
_____ अकूत पेंसा पानी की तरह बहाना। मीडिया का अपने पक्ष में भरपूर इस्तेमाल हुआ।
_____ चुनाव में धांधलियों के आरोप पर कई वीडियो  साबित करते हैं कि दूसरा बड़ा कारण जीत का ये भी है
_____ 2019 के लोक सभा चुनाव में लगभग 347 सीटों पर जितने वोट पड़े थे उससे ज्यादा वोट काउंट किए गए। ई वी एम में पड़ें वोट और काउंट किए गए वोट का अंतर 1 से लेकर 1 लाख से ज्यादा का रहा।
____ इस संबंध में एसोसिसन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी डाली मगर अभी तक कुछ भी कार्रवाई नहीं हुई।
_____ इसके अलावा जो एक अन्य मुख्य वजह है वह है  58 प्रतिशत वोट का अलगअलग पूजीवादियों पार्टियों में बिखर जाना।



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