CPI(M) केरल में संघर्षशील ट्रेड यूनियन आंदोलन की आलोचना कर रही है जिससे पूंजीपतियों को निवेश करने में दिक्कत न हो । यही काम बंगाल में किया था आज पार्टी की वहाँ क्या हालत है सबके सामने है । CPI(M) के क्रांति का रास्ता पूँजीपतियों की गोद से होकर जाता है ।
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