फिर चुनावों में जीत हासिल करने के लिए सिर्फ धन बल, और सरकार की आलोचनाओं से ही काम नहीं चल सकता। इसके लिए समूचे देश को एक सिरे से जोड़ने वाले नारे के साथ-साथ विभिन्न समुदायों के लिए विभिन्न ध्वनियों को उच्चारित करने और अपनी छतरी तले लाने की रणनीतिक कुशलता की भी जरूरत है।..............
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